रांची नगर निगम ने आमजन की शिकायतों से मुंह मोड़ लिया है। निगम में लगातार शिकायतों का अंबार लगता जा रहा है, लेकिन इनका निस्तारण नहीं हो पा रहा है। नगर निगम में पिछले छह महीने से 7000 से ज्यादा शिकायतें पेंडिंग पड़ी हैं। इनमें सर्वाधिक शिकायतें स्ट्रीट लाइट और कूडा-कचरा को लेकर है। बाकी अन्य शिकायतें जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, होल्डिंग टैक्स, सीवरेज, नाली व मुहल्ले के सड़कों की मरम्मती को लेकर है।
खास बात यह है कि कुल शिकायतों में से 400 से अधिक शिकायतें पिछले महीने सितंबर की है। यदि देखा जाए तो औसतन हर महीने 1166 शिकायतें निगम में पेंडिंग में चली जाती हैं और उन शिकायतों का समाधान निगम से नहीं हो पा रहा है।
शिकायत मिलने के बाद महीनों नहीं हो पा रहा निष्पादन:
लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत इन शिकायतों का एक निश्चित अवधि में निस्तारण करना जरूरी है। नियमों के तहत स्ट्रीट लाइट की रिपेयरिंग दो दिन में होना चाहिए। वहीं, शहर की नाली, सीवरेज और कूड़ा-कचरा की साफ-सफाई एक दिन में होना चाहिए। लेकिन, निगम के अधिकारी की उदासीनता के कारण ऐसी सामान्य समस्याओं का निस्तारण दो सप्ताह में भी नहीं हो पा रहा है।
कुम्हारटोली के गली नंबर-1 में रहने वाले कुछ स्थानीय लोगों ने बताया कि कुम्हारटोली के गली नंबर-1 में ये कचरे का अंबार पिछले दो महीने से पड़ा हुआ है। लेकिन, निगम के अधिकारी पर उन शिकायतों का कोई समाधान नहीं है, कोई सुनवाई नहीं होती है। स्थानीय लोग बताते हैं कि इस एरिया में 5-7 गर्ल्स हास्टल हैं। हास्टल में रहने वाले छात्र लोग यहां कचरा डंप करके चले जाते हैं। लेकिन, जैसे-जैसे यह कचरा सड़ता जाता है, उतनी ही तेज दुर्गंध आती है। दुर्गंध की वजह से हास्टल में छात्र रहना नहीं चाहते हैं। निगम की उदासीनता के कारण यह कचरा डंप का स्थान इधर मोहल्ले की पहचान बन गई है।
त्योहारों का सीजन और जगह-जगह लगा कचरे का अंबार:
दुर्गापूजा के साथ ही त्योहारी सीजन शुरू हो जाती है। जगह-जगह पंडालों में लोग मेले घूमने निकल रहे हैं। लेकिन, लगभग सभी गलियों में जगह-जगह कचरे का अंबार लगा हुआ है। मुख्य सड़क के अलावा वार्डों के अंदर साफ-सफाई शून्य है। साफ-सफाई नहीं होने से कचरे से आमजन परेशान हैं। वहीं, कई वार्डों में स्ट्रीट लाइट भी महीनों से खराब है, कई बार निगम में आवेदन भी दी गईं, आनलाईन शिकायतें भी की गईं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
डंगराटोली एरिया गर्ल्स हास्टल के लिए जाना जाता है, लेकिन इस एरिया में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था ठीक नहीं है। किसी का बल्ब खराब तो किसी का स्वीच। दो-तीन सौ मीटर पर लाइट लगी हुई है, इससे एरिया में अंधेरा रहता है। शाम के बाद महिलाएं बाहर निकलने में असुरक्षित महसूस करती हैं।
महीनों से ये कचरा यहां पड़ा हुआ है, तेज दुर्गंध देता है। निगम के सफाईकर्मी इधर आते नहीं हैं। मेन रोड से कचरा उठाकर चले जाते हैं। वार्ड के अंदर तभी आते हैं जब कचरा मेन रोड में नहीं मिलता है। शिकायत करके थक गए, कोई सुनवाई नहीं होती है।
कांटाटोली चौक से लेकर लोवाडीह तक शहर में अंधेरा ही रहता है। स्ट्रीट लाइट महीनों से खराब है। आवेदन देकर और फोन करके समस्याएं रजिस्टर कराकर लोग थक चुके हैं। उन समस्याओं के समाधान के लिए निगम कोई भी ठोस कदम नहीं उठाती।
क्या कहते हैं अधिकारी:
नगर निगम में जितनी भी शिकायतें पेंडिंग हैं। अधिकारियों के साथ मीटिंग कर जल्द ही इन शिकायतों का निष्पादन होगा। त्योहारी सीजन में सभी वार्ड साफ हो जाएगा। युद्धस्तर पर साफ-सफाई का काम चल रहा है। काम का असर जल्द दिखेगा।
- संदीप सिंह, नगर निगम प्रशासक, रांची
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