शांति और सुकून किसे पसंद नहीं है। दुनिया का प्रत्येक व्यक्ति इसके पीछे भाग रहा है। शहर की तेज रफ्तार और कोलाहल भरी जिंदगी से यदि आप भी परेशान हैं और कुछ पल के लिए आप शहर में रहकर ही शांति और सुकून से बिताना चाहते हैं, तो हम आपको शहर के एक ऐसे पार्क के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां न सिर्फ आप सुकून के दो पल बिता सकते हैं, बल्कि प्रकृति के बीच में रहकर आपको तरोताजगी का एहसास भी होगा। मनोरंजन के तमाम साधन और कार्यक्रम के साथ हर वो सुविधाएं मिलेंगी जिसकी आप कल्पना करते हैं। हम बात कर रहे हैं 34 एकड़ में रांची के ह्रदय में फैले राजधानी के सबसे बड़े पार्क बिरसा मुंडा पार्क की। बिरसा पार्क जो सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और मनोरंजन के अद्भुत केंद्र के रूप में जाना जाता है। जहां आपको न सिर्फ शांति का अनुभव होता है, बल्कि यहां की हरियाली, वृक्ष और फूलों की सुंदरता, ताजगी से भरा वातावरण और शांतिपूर्ण माहौल आपको वास्तविक सुकून का एहसास कराता है।
यह पार्क सुबह 10 बजे से रात के 9 बजे तक खुला रहता है। पार्क में प्रवेश के लिए तीन से सात वर्ष तक के बच्चों के लिए तीस रूपये और इससे अधिक उम्र वालों के लिए पचास रूपये टिकट शुल्क लगता है। इस पार्क में घुमने के लिए पक्की सड़कों के साथ-साथ, हर 50 मीटर की दूरी पर बैठने के लिए बेंच लगे हुए हैं। जहां आप घूमने के बाद आराम से कुछ देर बैठकर प्रकृति के साथ समय बिता सकते हैं। यहां के पेड़-पौधे, फूल और झीलें, सभी मिलकर एक शानदार दृश्य प्रस्तुत करते हैं। इसके अलावा पार्क में बच्चों के खेलने के लिए एक प्लेग्राउंड भी है, जहां बच्चों के मनोरंजन के लिए सभी साधन उपलब्ध हैं।
क्या-क्या हैं सुविधाएं
मनोरंजन की विविधता: बच्चों के मनोरंजन के लिए पार्क में ढेर सारी चीजें उपलब्ध हैं। जिसमें विशेषकर फाउंटेन ट्रेन, मिक्की माउस, एयरोप्लेन, ट्रैम्पोलिन और वाटर बोट्स बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए काफी हैं। एक विशाल फिंगरप्रिंट थम्ब का स्टैच्यू भी पार्क में स्थित है, जो न सिर्फ बच्चों के बीच बल्कि बड़ों के लिए भी विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। पार्क में आने वाले सभी लोग इस थम्ब के किनारे और केंद्र में खड़े होकर इसे पार्क का सेल्फी प्वाइंट बना दिया है। इसके अलावा, बच्चों के लिए खास तौर पर डिजाइन की गई एक वाटर फाउंटेन भी है, जो गर्मी के मौसम में खासा आकर्षक साबित होती है।
ऐतिहासिक और सांस्कृतिक समृद्धि: पार्क में विशेष रूप से ध्यान आकर्षित करती है एक विशाल संग्रहालय, जिसमें बिरसा मुंडा के जीवन से जुड़ी हुई जानकारियां संग्रहालय की दीवारों पर प्रदर्शित की गई हैं। इस संग्रहालय में उनकी वीरता, संघर्ष, और आदिवासी समुदाय के लिए किए गए योगदान को चित्रों और लेखों के माध्यम से बताया गया है।
यह म्यूजियम न केवल शैक्षिक है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ी को अंग्रेजों से ली गई लोहा और उससे प्रेरित करने का एक अहम स्थान है। इसके अलावा, पार्क में 50 से अधिक क्रांतिकारियों की मूर्तियाँ स्थापित की गई हैं, जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और उस दौर की कहानियों की याद दिलाती हैं। इन मूर्तियों के साथ-साथ, पार्क में झारखंड के ग्रामीण परिवेश का दृश्य भी तैयार किया गया है, जिसमें नदी, पहाड़, पर्वत, जीव-जंतु और जलवायु की अलग-अलग स्थितियों को दर्शाया गया है। यह दृश्य पर्यटकों को भारत के ग्रामीण जीवन और प्रकृति से जुड़े हरेक पहलुओं से परिचित कराता है।
पार्क का डिजाइन और प्रबंधन: बिरसा मुंडा पार्क का डिज़ाइन इस तरह से किया गया है कि यहाँ हर आयु वर्ग के लिए कुछ न कुछ विशेष उपलब्ध है। जहां बच्चों के लिए तमाम मनोरंजन के साधन और फूड कोर्ट हैं। वहीं, बड़ों के लिए राजस्थानी पपेट शो, कवाली शो, मैजिक शो, लाइट एंड फाउंटेन शो, संग्रहालय में प्रोजेक्टर के माध्यम से थ्री डी मोड में बिरसा मुंडा की जीवन से जुड़ी हुई एक डाक्यूमेंट्री भी दिखाई जाती है।
आस्था और संस्कृति का अनूठा संगम है बिरसा पार्क
बिरसा मुंडा पार्क केवल एक मनोरंजन स्थल नहीं होकर, यह पार्क आस्था और संस्कृति का अद्भुत संगम भी है। पार्क में प्रवेश करते ही एक विशाल बरगद का पेड़ श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है। बरगद के सामने ही एक बड़ा मंदिर है, जिस मंदिर में मा दुर्गा विराजमान हैं। एक पार्क में भी लोगों के ह्रदय में कितनी आस्था है, इसका अनुमान इस वृक्ष को देखकर लगाया जा सकता है। पूरे वृक्ष के तट में मौली धागा और चुनरी बंधी हुई हैं, जो पार्क में आनेवाले लोगों में आस्थाओं और उस परंपराओं को बताता है। यह मंदिर संग्रहालय के ठीक सामने स्थित है, जिससे यह स्थल धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व का प्रतीक बन जाता है। पार्क में प्रकृति और आस्था का यह अनूठा मिलन सभी आयु के लोगों के मन में सम्मान और शांति का अनुभव कराता है।
पार्क की सुरक्षा व्यवस्था: पार्क की मेंटनेंस और सुरक्षा व्यवस्था भी बहुत मजबूत है। यहाँ पर 20 से अधिक महिला और पुरुष गार्ड की तैनाती की गई है, जो पार्क के विभिन्न क्षेत्रों में निगरानी करते हैं। इसके अलावा, पार्क में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। पार्क में सुरक्षा व्यवस्था का ध्यान रखना इस स्थल को और भी अधिक सुरक्षित बनाता है।
बिरसा मुंडा पार्क न केवल एक मनोरंजन स्थल है, बल्कि यह एक धार्मिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और शैक्षिक स्थल भी है, जो रांची शहर की एक पहचान बन चुका है। यहाँ आने वाले पर्यटकों को न सिर्फ प्राकृतिक सौंदर्य और मनोरंजन की एक अद्भुत अनुभूति होती है, बल्कि वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और बिरसा मुंडा के योगदान को भी करीब से महसूस कर पाते हैं। अगर आप शांति और सुकून की तलाश में हैं, तो बिरसा मुंडा पार्क निश्चित ही आपके लिए एक आदर्श स्थल साबित हो सकता है।
इस पार्क का नाम बिरसा मुंडा के नाम पर रखा गया है, जो झारखंड के महान स्वतंत्रता सेनानी और आदिवासी नेता थे। यह पार्क न केवल प्रकृति प्रेमियों के लिए, बल्कि इतिहास और संस्कृति के प्रति रुचि रखने वालों के लिए भी एक आदर्श स्थल है। कुल मिलाकर, बिरसा मुंडा पार्क रांची का एक अनमोल धरोहर है, जो शांति और सौंदर्य के रूप में बेहतरीन स्थल के रूप में जाना जाता है।
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